तिङन्तावली
मृश्
Roma
अप्रत्ययान्तधातु
लट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशति
मृशतः
मृशन्ति
मध्यम
मृशसि
मृशथः
मृशथ
उत्तम
मृशामि
मृशावः
मृशामः
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशते
मृशेते
मृशन्ते
मध्यम
मृशसे
मृशेथे
मृशध्वे
उत्तम
मृशे
मृशावहे
मृशामहे
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृश्यते
मृश्येते
मृश्यन्ते
मध्यम
मृश्यसे
मृश्येथे
मृश्यध्वे
उत्तम
मृश्ये
मृश्यावहे
मृश्यामहे
लङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमृशत्
अमृशताम्
अमृशन्
मध्यम
अमृशः
अमृशतम्
अमृशत
उत्तम
अमृशम्
अमृशाव
अमृशाम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमृशत
अमृशेताम्
अमृशन्त
मध्यम
अमृशथाः
अमृशेथाम्
अमृशध्वम्
उत्तम
अमृशे
अमृशावहि
अमृशामहि
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमृश्यत
अमृश्येताम्
अमृश्यन्त
मध्यम
अमृश्यथाः
अमृश्येथाम्
अमृश्यध्वम्
उत्तम
अमृश्ये
अमृश्यावहि
अमृश्यामहि
विधिलिङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशेत्
मृशेताम्
मृशेयुः
मध्यम
मृशेः
मृशेतम्
मृशेत
उत्तम
मृशेयम्
मृशेव
मृशेम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशेत
मृशेयाताम्
मृशेरन्
मध्यम
मृशेथाः
मृशेयाथाम्
मृशेध्वम्
उत्तम
मृशेय
मृशेवहि
मृशेमहि
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृश्येत
मृश्येयाताम्
मृश्येरन्
मध्यम
मृश्येथाः
मृश्येयाथाम्
मृश्येध्वम्
उत्तम
मृश्येय
मृश्येवहि
मृश्येमहि
लोट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशतु
मृशताम्
मृशन्तु
मध्यम
मृश
मृशतम्
मृशत
उत्तम
मृशानि
मृशाव
मृशाम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृशताम्
मृशेताम्
मृशन्ताम्
मध्यम
मृशस्व
मृशेथाम्
मृशध्वम्
उत्तम
मृशै
मृशावहै
मृशामहै
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृश्यताम्
मृश्येताम्
मृश्यन्ताम्
मध्यम
मृश्यस्व
मृश्येथाम्
मृश्यध्वम्
उत्तम
मृश्यै
मृश्यावहै
मृश्यामहै
लृट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्क्ष्यति
मर्क्ष्यतः
मर्क्ष्यन्ति
मध्यम
मर्क्ष्यसि
मर्क्ष्यथः
मर्क्ष्यथ
उत्तम
मर्क्ष्यामि
मर्क्ष्यावः
मर्क्ष्यामः
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्क्ष्यते
मर्क्ष्येते
मर्क्ष्यन्ते
मध्यम
मर्क्ष्यसे
मर्क्ष्येथे
मर्क्ष्यध्वे
उत्तम
मर्क्ष्ये
मर्क्ष्यावहे
मर्क्ष्यामहे
लुट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्ष्टा
मर्ष्टारौ
मर्ष्टारः
मध्यम
मर्ष्टासि
मर्ष्टास्थः
मर्ष्टास्थ
उत्तम
मर्ष्टास्मि
मर्ष्टास्वः
मर्ष्टास्मः
लिट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
ममर्श
ममृशतुः
ममृशुः
मध्यम
ममर्शिथ
ममृशथुः
ममृश
उत्तम
ममर्श
ममृशिव
ममृशिम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
ममृशे
ममृशाते
ममृशिरे
मध्यम
ममृशिषे
ममृशाथे
ममृशिध्वे
उत्तम
ममृशे
ममृशिवहे
ममृशिमहे
आशीर्लिङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मृश्यात्
मृश्यास्ताम्
मृश्यासुः
मध्यम
मृश्याः
मृश्यास्तम्
मृश्यास्त
उत्तम
मृश्यासम्
मृश्यास्व
मृश्यास्म
कृदन्त
क्त
मृष्ट
m.
n.
मृष्टा
f.
क्तवतु
मृष्टवत्
m.
n.
मृष्टवती
f.
शतृ
मृशत्
m.
n.
मृशन्ती
f.
शानच्
मृशमान
m.
n.
मृशमाना
f.
शानच् कर्मणि
मृश्यमान
m.
n.
मृश्यमाना
f.
लुडादेश पर
मर्क्ष्यत्
m.
n.
मर्क्ष्यन्ती
f.
लुडादेश आत्म
मर्क्ष्यमाण
m.
n.
मर्क्ष्यमाणा
f.
यत्
मर्ष्टव्य
m.
n.
मर्ष्टव्या
f.
यत्
मृश्य
m.
n.
मृश्या
f.
अनीयर्
मर्शनीय
m.
n.
मर्शनीया
f.
लिडादेश पर
ममृश्वस्
m.
n.
ममृशुषी
f.
लिडादेश आत्म
ममृशान
m.
n.
ममृशाना
f.
अव्यय
तुमुन्
मर्ष्टुम्
क्त्वा
मृष्ट्वा
ल्यप्
॰मृश्य
णिच्
लट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयति
मर्शयतः
मर्शयन्ति
मध्यम
मर्शयसि
मर्शयथः
मर्शयथ
उत्तम
मर्शयामि
मर्शयावः
मर्शयामः
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयते
मर्शयेते
मर्शयन्ते
मध्यम
मर्शयसे
मर्शयेथे
मर्शयध्वे
उत्तम
मर्शये
मर्शयावहे
मर्शयामहे
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्श्यते
मर्श्येते
मर्श्यन्ते
मध्यम
मर्श्यसे
मर्श्येथे
मर्श्यध्वे
उत्तम
मर्श्ये
मर्श्यावहे
मर्श्यामहे
लङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमर्शयत्
अमर्शयताम्
अमर्शयन्
मध्यम
अमर्शयः
अमर्शयतम्
अमर्शयत
उत्तम
अमर्शयम्
अमर्शयाव
अमर्शयाम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमर्शयत
अमर्शयेताम्
अमर्शयन्त
मध्यम
अमर्शयथाः
अमर्शयेथाम्
अमर्शयध्वम्
उत्तम
अमर्शये
अमर्शयावहि
अमर्शयामहि
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अमर्श्यत
अमर्श्येताम्
अमर्श्यन्त
मध्यम
अमर्श्यथाः
अमर्श्येथाम्
अमर्श्यध्वम्
उत्तम
अमर्श्ये
अमर्श्यावहि
अमर्श्यामहि
विधिलिङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयेत्
मर्शयेताम्
मर्शयेयुः
मध्यम
मर्शयेः
मर्शयेतम्
मर्शयेत
उत्तम
मर्शयेयम्
मर्शयेव
मर्शयेम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयेत
मर्शयेयाताम्
मर्शयेरन्
मध्यम
मर्शयेथाः
मर्शयेयाथाम्
मर्शयेध्वम्
उत्तम
मर्शयेय
मर्शयेवहि
मर्शयेमहि
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्श्येत
मर्श्येयाताम्
मर्श्येरन्
मध्यम
मर्श्येथाः
मर्श्येयाथाम्
मर्श्येध्वम्
उत्तम
मर्श्येय
मर्श्येवहि
मर्श्येमहि
लोट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयतु
मर्शयताम्
मर्शयन्तु
मध्यम
मर्शय
मर्शयतम्
मर्शयत
उत्तम
मर्शयानि
मर्शयाव
मर्शयाम
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयताम्
मर्शयेताम्
मर्शयन्ताम्
मध्यम
मर्शयस्व
मर्शयेथाम्
मर्शयध्वम्
उत्तम
मर्शयै
मर्शयावहै
मर्शयामहै
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्श्यताम्
मर्श्येताम्
मर्श्यन्ताम्
मध्यम
मर्श्यस्व
मर्श्येथाम्
मर्श्यध्वम्
उत्तम
मर्श्यै
मर्श्यावहै
मर्श्यामहै
लृट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयिष्यति
मर्शयिष्यतः
मर्शयिष्यन्ति
मध्यम
मर्शयिष्यसि
मर्शयिष्यथः
मर्शयिष्यथ
उत्तम
मर्शयिष्यामि
मर्शयिष्यावः
मर्शयिष्यामः
आत्मनेपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयिष्यते
मर्शयिष्येते
मर्शयिष्यन्ते
मध्यम
मर्शयिष्यसे
मर्शयिष्येथे
मर्शयिष्यध्वे
उत्तम
मर्शयिष्ये
मर्शयिष्यावहे
मर्शयिष्यामहे
लुट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
मर्शयिता
मर्शयितारौ
मर्शयितारः
मध्यम
मर्शयितासि
मर्शयितास्थः
मर्शयितास्थ
उत्तम
मर्शयितास्मि
मर्शयितास्वः
मर्शयितास्मः
कृदन्त
क्त
मर्शित
m.
n.
मर्शिता
f.
क्तवतु
मर्शितवत्
m.
n.
मर्शितवती
f.
शतृ
मर्शयत्
m.
n.
मर्शयन्ती
f.
शानच्
मर्शयमान
m.
n.
मर्शयमाना
f.
शानच् कर्मणि
मर्श्यमान
m.
n.
मर्श्यमाना
f.
लुडादेश पर
मर्शयिष्यत्
m.
n.
मर्शयिष्यन्ती
f.
लुडादेश आत्म
मर्शयिष्यमाण
m.
n.
मर्शयिष्यमाणा
f.
यत्
मर्श्य
m.
n.
मर्श्या
f.
अनीयर्
मर्शनीय
m.
n.
मर्शनीया
f.
तव्य
मर्शयितव्य
m.
n.
मर्शयितव्या
f.
अव्यय
तुमुन्
मर्शयितुम्
क्त्वा
मर्शयित्वा
ल्यप्
॰मर्श्य
लिट्
मर्शयाम्
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Grammar
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Sandhi
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Reader
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Corpus
© Gérard Huet 1994-2024