सुबन्तावली ?कृष्णलक

Roma

पुमान्एकद्विबहु
प्रथमाकृष्णलकः कृष्णलकौ कृष्णलकाः
सम्बोधनम्कृष्णलक कृष्णलकौ कृष्णलकाः
द्वितीयाकृष्णलकम् कृष्णलकौ कृष्णलकान्
तृतीयाकृष्णलकेन कृष्णलकाभ्याम् कृष्णलकैः कृष्णलकेभिः
चतुर्थीकृष्णलकाय कृष्णलकाभ्याम् कृष्णलकेभ्यः
पञ्चमीकृष्णलकात् कृष्णलकाभ्याम् कृष्णलकेभ्यः
षष्ठीकृष्णलकस्य कृष्णलकयोः कृष्णलकानाम्
सप्तमीकृष्णलके कृष्णलकयोः कृष्णलकेषु

समास कृष्णलक

अव्यय ॰कृष्णलकम् ॰कृष्णलकात्

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