सुबन्तावली ?जिजिहीर्ष्वस्

Roma

पुमान्एकद्विबहु
प्रथमाजिजिहीर्ष्वान् जिजिहीर्ष्वांसौ जिजिहीर्ष्वांसः
सम्बोधनम्जिजिहीर्ष्वन् जिजिहीर्ष्वांसौ जिजिहीर्ष्वांसः
द्वितीयाजिजिहीर्ष्वांसम् जिजिहीर्ष्वांसौ जिजिहीर्षुषः
तृतीयाजिजिहीर्षुषा जिजिहीर्ष्वद्भ्याम् जिजिहीर्ष्वद्भिः
चतुर्थीजिजिहीर्षुषे जिजिहीर्ष्वद्भ्याम् जिजिहीर्ष्वद्भ्यः
पञ्चमीजिजिहीर्षुषः जिजिहीर्ष्वद्भ्याम् जिजिहीर्ष्वद्भ्यः
षष्ठीजिजिहीर्षुषः जिजिहीर्षुषोः जिजिहीर्षुषाम्
सप्तमीजिजिहीर्षुषि जिजिहीर्षुषोः जिजिहीर्ष्वत्सु

समास जिजिहीर्ष्वत्

अव्यय ॰जिजिहीर्ष्वस्

Le chameau Ocaml
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