तिङन्तावली
पृ२
Roma
अप्रत्ययान्तधातु
लट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियति
प्रियतः
प्रियन्ति
मध्यम
प्रियसि
प्रियथः
प्रियथ
उत्तम
प्रियामि
प्रियावः
प्रियामः
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियते
प्रियेते
प्रियन्ते
मध्यम
प्रियसे
प्रियेथे
प्रियध्वे
उत्तम
प्रिये
प्रियावहे
प्रियामहे
लङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अप्रियत्
अप्रियताम्
अप्रियन्
मध्यम
अप्रियः
अप्रियतम्
अप्रियत
उत्तम
अप्रियम्
अप्रियाव
अप्रियाम
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
अप्रियत
अप्रियेताम्
अप्रियन्त
मध्यम
अप्रियथाः
अप्रियेथाम्
अप्रियध्वम्
उत्तम
अप्रिये
अप्रियावहि
अप्रियामहि
विधिलिङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियेत्
प्रियेताम्
प्रियेयुः
मध्यम
प्रियेः
प्रियेतम्
प्रियेत
उत्तम
प्रियेयम्
प्रियेव
प्रियेम
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियेत
प्रियेयाताम्
प्रियेरन्
मध्यम
प्रियेथाः
प्रियेयाथाम्
प्रियेध्वम्
उत्तम
प्रियेय
प्रियेवहि
प्रियेमहि
लोट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियतु
प्रियताम्
प्रियन्तु
मध्यम
प्रिय
प्रियतम्
प्रियत
उत्तम
प्रियाणि
प्रियाव
प्रियाम
कर्मणि
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियताम्
प्रियेताम्
प्रियन्ताम्
मध्यम
प्रियस्व
प्रियेथाम्
प्रियध्वम्
उत्तम
प्रियै
प्रियावहै
प्रियामहै
लृट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
परिष्यति
परिष्यतः
परिष्यन्ति
मध्यम
परिष्यसि
परिष्यथः
परिष्यथ
उत्तम
परिष्यामि
परिष्यावः
परिष्यामः
लुट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पर्ता
पर्तारौ
पर्तारः
मध्यम
पर्तासि
पर्तास्थः
पर्तास्थ
उत्तम
पर्तास्मि
पर्तास्वः
पर्तास्मः
लिट्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
पपार
पप्रतुः
पप्रुः
मध्यम
पपर्थ
पपरिथ
पप्रथुः
पप्र
उत्तम
पपार
पपर
पपृव
पपरिव
पपृम
पपरिम
आशीर्लिङ्
परस्मैपदे
एक
द्वि
बहु
प्रथम
प्रियात्
प्रियास्ताम्
प्रियासुः
मध्यम
प्रियाः
प्रियास्तम्
प्रियास्त
उत्तम
प्रियासम्
प्रियास्व
प्रियास्म
कृदन्त
क्त
प्रित
m.
n.
प्रिता
f.
क्तवतु
प्रितवत्
m.
n.
प्रितवती
f.
शतृ
प्रियत्
m.
n.
प्रियन्ती
f.
शानच् कर्मणि
प्रियमाण
m.
n.
प्रियमाणा
f.
लुडादेश पर
परिष्यत्
m.
n.
परिष्यन्ती
f.
तव्य
पर्तव्य
m.
n.
पर्तव्या
f.
यत्
पार्य
m.
n.
पार्या
f.
अनीयर्
परणीय
m.
n.
परणीया
f.
लिडादेश पर
पपृवस्
m.
n.
पप्रुषी
f.
अव्यय
तुमुन्
पर्तुम्
क्त्वा
प्रित्वा
ल्यप्
॰प्रित्य
Top
|
Index
|
Grammar
|
Sandhi
|
Reader
|
Corpus
© Gérard Huet 1994-2024